न डगमगाए तेरे पग
Pag |
जीवन की चढ़ाई आई, डगमगाएगे तेरे पग,
संभल कर फूंक-फूंक कर रखना कदम है आसान डग।
मंजिल है सामने मिल गई है सीढ़ी सीधी,
कभी डगमगाएगा तो कभी खीचे जायेंगे तेरे पग,
आई जीवन की चढ़ाई आई डगमगाएंगे तेरे पग।
मौका आएगा खेला जायेगा खेल साथ तुम्हारे,
कही हो न ऐसा मोहरा बन जाए तू खुद प्यारे,
प्यारे सुन जीत की बताए तू हो जा सजग,
आई जीवन की चढ़ाई आई डगमगाएंगे तेरे पग।
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