रील और रियल
क्यों भागता है इस कदर,
क्यों है तेरे आगे रील,
रियल को छोड़ कर,
कर दे तू सब कुछ शील।
माना रील का ज़माना है,
पर रील में पड़ना मतलब गवाना है,
इतना कुछ गवां कर,
और क्या गँवाओगे,
सिर्फ गँवाते रहे तो,
ज़िन्दगी में क्या पाओगे?
रियल को समझो तो,
है यह बृह्मा की खींची लकीर,
फिर क्यों भागता है इस कदर,
क्यों है तेरे आगे रील?
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